उदयपुरवाटी के नेवरी गांव में बघेरे का तांडव
राजस्थान के उदयपुरवाटी तहसील स्थित नेवरी गांव में रात के समय एक बघेरे ने एक भैंस पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। यह घटना रात 12 बजे के आसपास घटित हुई, जब बघेरा अचानक भैंस पर झपटा और उसे अपने पंजों से नुकसान पहुंचाया।
घटना का विवरण
पीड़ित किसान रामेश्वर के अनुसार, रात 12 बजे के आसपास भैंस की आवाज सुनकर वे बाहर निकले तो देखा कि एक जंगली जानवर भैंस के ऊपर लगा हुआ था। जैसे ही उन्होंने गेट खोला, बघेरा छलांग लगाकर दीवार से कूदकर भाग गया।
घायल भैंस जो लगभग एक लाख रुपये की है, प्रतिदिन 10-12 लीटर दूध देती थी। अब इस हमले के बाद दूध में भी रेबीज संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
पहले भी देखे गए हैं बघेरे
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में बघेरे की मौजूदगी देखी गई है। पिछले सप्ताह भी शेरली ढाणी में बघेरे को देखा गया था। इसके अलावा बागोली, दीपरा, ककराना, चौरा चौफ जैसी कई जगहों पर बघेरे की गतिविधियां रिपोर्ट की गई हैं।
कुछ दिन पहले जोधपुरा में भी एक युवक पर बघेरे का हमला हुआ था, जिसका वीडियो भी सामने आया था।
काटली नदी के पास बढ़ता खतरा
नेवरी गांव से मात्र 50-60 मीटर की दूरी पर काटली नदी बहती है, जहां नियमित रूप से बघेरों के वीडियो सामने आते रहते हैं। इस नदी के किनारे स्थानीय लोग अपने पशुओं को चराने ले जाते हैं, जिससे खतरा और भी बढ़ जाता है।
चिकित्सा और सुरक्षा की चिंता
घायल भैंस का इलाज कराने के लिए परिवार को अस्पताल जाना पड़ रहा है क्योंकि स्थानीय डॉक्टर के पास उपयुक्त दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं। रेबीज के टीके की तत्काल आवश्यकता है ताकि संक्रमण से बचा जा सके।
वन विभाग से की गई अपील
स्थानीय निवासियों ने वन विभाग और प्रशासन से अपील की है कि बघेरे को तत्काल पकड़ा जाए और सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए। उनका कहना है कि अगर जल्दी कार्रवाई नहीं की गई तो कोई इंसान भी इसका शिकार हो सकता है।
यह घटना मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीरता को दर्शाती है और तत्काल प्रभावी उपायों की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
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