राजस्थान के वीर शहीदों को अनूठी श्रद्धांजलि: प्रेम सिंह बाजोर की अनोखी पहल

राजस्थान के वीर शहीदों को अनूठी श्रद्धांजलि: प्रेम सिंह बाजोर की अनोखी पहल

एक मां की प्रार्थना से शुरू हुई अनूठी पहल

बड़ौदा में शहीद ईश्वर सिंह की पुण्यतिथि पर एक मां की विनती ने प्रेम सिंह बाजोर के जीवन को एक नई दिशा दे दी। शहीद की मां ने बताया कि उनके बेटे की एक फोटो तक नहीं है। इस घटना ने बाजोर को न केवल उस एक शहीद बल्कि राजस्थान के सभी शहीदों के प्रति समर्पित होने की प्रेरणा दी।

व्यापक पहल का विस्तार

प्रेम सिंह बाजोर ने अपनी जेब से करोड़ों रुपये खर्च कर 1800 से अधिक शहीदों की मूर्तियां बनवाने का संकल्प लिया, जिनमें से 1100 मूर्तियां पहले ही स्थापित की जा चुकी हैं। वीरेंद्र सिंह जी के नेतृत्व में मूर्तियां बनाई जा रही हैं।

अथक प्रयास और समर्पण

बाजोर ने राजस्थान में डेढ़ लाख किलोमीटर की यात्रा की, गर्मी और सर्दी की परवाह किए बिना शहीद समान यात्रा निकाली। उन्होंने शहीदों के घरों का दौरा किया और उनकी समस्याओं को सुना। उनका कहना है कि कोई भी शहीद का परिवार 24 घंटे उनसे संपर्क कर सकता है, चाहे वह जयपुर से हो या सीकर से।

समाज का सहयोग

इस पहल में समाज सेवी मनोज घुमरिया जैसे लोगों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जो एक विधायक के बराबर कोटा से इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं। वे शहीदों की चारदीवारी, मंदिर निर्माण और अन्य आवश्यकताओं में मदद करते हैं।

प्रेरणादायक पहल

यह पहल न केवल शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट करती है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणास्रोत भी है। प्रेम सिंह बाजोर का यह कार्य राजस्थान के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।


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